बॉलीवुड में फर्स्ट लेडी के नाम से मशहूर देविका रानी (Devika Rani) बिंदास थी, बेबाक थीं, अपनी शर्तों पर जिंदगी जीने का माद्दा रखती थीं। बेहद खूबसूरत देविका ने उस दौर पर रुपहले पर्दे पर एंट्री की जब महिलाओं को घर से बाहर निकलने पर पाबंदी थीं। देविका ने एक्ट्रेस बन समाज को नई दिशा दिखाई और फिल्मी दुनिया में महिलाओं की एंट्री की राह आसान की। भारतीय सिनेमा आज जिस मुकाम पर है, उसमें एक बड़ा योगदान देविका रानी (Devika Rani) का है।
यही नहीं पर्दे पर किस सीन के लिए भी याद की जाती हैं। आज भी पर्दे पर किसिंग सीन पर हो-हल्ला मचता है, सोचिए देविका रानी ने जब उस दौर में किसिंग सीन दिया होगा तो कितना तहलका मचा होगा। विदेश में पढ़ी-लिखी आजाद ख्यालों की देविका ने अपनी प्रोफेशनल लाइफ में भले ही दुनिया में भारत का नाम ऊंचा किया लेकिन पर्सनल लाइफ बड़ी दुश्वार रही। जिसे हमसफर बनाया उससे मानसिक और शारीरिक दोनों यातना मिली।
देविका-हिमांशु का किसिंग सीन फेमस रहा
फिल्मों में आने से पहले ही एक्टर-फिल्ममेकर हिमांशु राय से मुलाकात हुई थी। हिमांशु और देविका (Devika Rani) में करीब 16 साल उम्र का फासला था, लेकिन एक दूसरे को पसंद करने लगे और शादी कर ली। साल 1933 में आई फिल्म ‘कर्मा’ में देविका और हिमांशु ने एक दंपत्ति का रोल प्ले किया था। इसी फिल्म में करीब 4 मिनट का लंबा किसिंग सीन दिया था। सब कुछ बेहतर चल रहा था। दोनों अपने सपने को साकार करने में जुटे हुए थे।
मारपीट करता था हिमांशु
हिमांशु के साथ देविका (Devika Rani) ने मिलकर पहला प्रोफेशनल स्टूडियो बॉम्बे टॉकीज की नींव डाली और हाड़तोड़ काम किया। करीब एक दर्जन फिल्मों में काम किया। खूबसूरत और टैलेंटेड एक्ट्रेस दर्शकों की चहेती बन गईं। वो बहुत मेहनत कर रही थीं लेकिन इसका श्रेय नहीं मिल रहा था। इस दौरान देविका को पता चला कि हिमांशु पहले से शादीशुदा हैं और बेटी के बाप भी हैं तो इनके रिश्ते में कड़वाहट आने लगी। रिश्ता इस कदर टूटने लगा कि देविका रानी को हिमांशु राय टॉर्चर करने लगे। उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार करते थे, तेज बुखार में भी कड़ी मेहनत के लिए मजबूर करते थे। एक बार तो इतनी बुरी तरह पीटा कि फर्श पर गिर पड़ीं और खून निकलने लगा था।
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देविका को दूसरे पति से मिला सुख
द्वितीय विश्व युद्ध शुरू होने पर बॉम्बे टॉकीज पर बुरा असर पड़, जर्मन स्टाफ अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया। 1940 में हिमांशु राय को नर्वस ब्रेकडाउन हुआ और निधन हो गया। हिमांशु के निधन के बाद देविका (Devika Rani) ने बतौर प्रोड्यूसर स्टूडियो चलाया। बाद में स्टूडियो के सारे शेयर बेच रूसी आर्टिस्ट स्वेतोस्लाव रोइरिख से शादी कर ली। उन्हें रोइरिख से शादी के बाद ही वो जिंदगी मिली जो वह जीना चाहती थीं। ये जानकारी किश्वर देसाई की किताब ‘द लॉगेस्ट किस: द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ देविका रानी’ में दी गई है।