Vande Bharat New Version Features: वंदे भारत अब पहले से ज्यादा अपडेट होने वाली है। वंदे भारत में ज्यादा स्पीड के साथ-साथ इसमें सफर आरामदायक होगा। वंदे भारत में के नए वर्जन में वाईफाई, ऑटोमेटिक दरवाजे और बायो-वैक्यूम शौचालय की सुविधा होगी। हादसे के दौरान नए वर्जन की ट्रनों में सुरक्षा के अत्याधुनिक इंताजाम होंगे।
वंदे भारत ट्रेनों के नए वर्जन में रेलवे 26 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा। 3 साल में रेलवे 400 नई वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है। हर वंदे भारत ट्रेन की लागत 130 करोड़ होगी। यदि पुरानी ट्रेनों से इसकी तुलना की जाएं तो 30 करोड़ लागत अधिक है। नए वर्जन की वंदे भारत ट्रेनों के लिए सीमेंस, भेल, एल्सटाम इंडिया, आरवीएनएल और मेधा ने रुचि दिखाई हैं। अभी रेलवे मंत्रालय को इनके प्रस्तावों पर आखिरी फैसला लेना बाकी है।
कैटेलिटिक अल्ट्रावॉयलेट एयर प्यूरिफिकेशन सिस्टम
नई वंदे भारत ट्रेनों में हवा से आने वाले कीटाणु, बैक्टीरिया और अन्य वायरस को दूर रखने के लिए कैटेलिटिक अल्ट्रावॉयलेट एयर प्यूरिफिकेशन सिस्टम लगाया जाएगा। यह सिस्टम नए डिजाइन में वायु शुद्धिकरण के लिए रूफ माउंटेड पैकेज यूनिट (आरएमपीयू) के तौर पर मिलेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन सीएसआईओ, चंडीगढ़ की सिफारिश पर इस सिस्टम को आरएमपीयू के दोनों सिरों में स्थापित किया गया है। जिससे ताजी हवा और वापस आ रही हवा के माध्यम से आने वाले कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस युक्त हवा को फिल्टर और साफ किया जा सके। इसमें यात्री स्वस्थ माहौल में यात्रा कर सकें।
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सोने की होगी सुविधा
भारतीय रेलवे आगामी 3 साल में देशभर में 400 नई वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना सरकार बना रही है। इनमें से पहले चरण में 75 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण पर रेलवे काम कर रहा है। अभी तक चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों में लोग बैठकर ही यात्रा कर सकते है, लेकिन अब सारी ट्रेनें स्लीपर होंगी। इनकी रफ्तार भी पहले वाली ट्रेनों की तुलना में अधिक होगी। नई वंदे भारत ट्रेनों की बोगियों का वजन दो से तीन टन होगा। इन ट्रेनों में आग लगने का खतरा भी कम होगा। साथ ही एक ट्रेन के सामने दूसरी के आने पर हादसे का खतरा भी कम होगा। अपने आप ही ट्रेनों के पहिये थम जाएंगे।